हिंदी व्याकरण | मुहावरे | Classes 1 - 10 |
मुहावरे की अर्थ के साथ वाक्यों में उनकी प्रयोग :
अंगूठा चुमना ( चापलूसी करना )
वाक्य : राम भले ही भूखा मरा , मगर किसी का अंगूठा चुमने नही गया ।
अंध की लकड़ी ( एकमात्र सहारा )
वाक्य : विजय अपनी माँ की अंध की लकड़ी थी ।
अक्ल का पुतला ( बहुत ही बुद्धिमान )
वाक्य : रजत बड़ा होशियार है , लोग उन्हें अक्ल का पुतला कहते है ।
अक्ल में घोड़े दौड़ाना ( अनेक प्रकार कि कल्पना करना )
वाक्य : आजकल नेतागण अक्ल में घोड़े दौड़ा रहा है ।
अच्छे दिन आना ( भाग्य चमकना )
वाक्य : दुख की रातें काट लो तो अच्छे दिन आयेंगे ।
अड़चन डालना ( विघ्न डालना )
वाक्य : मेरे काम में विरोधियों ने कितनी अड़चन डाली ; मगर उनकी एक नहीं चली ।
अड़डा जमाना ( स्थायी रूप से रहने लग जाना )
वाक्य : जमाई ने ससुराल में जाकर अड़डा जमा लिया । वहाँ से जाने का नाम भी नहीं लेता ।
अपनी खिचड़ी अलग पकाना ( सबसे अलग रहना )
वाक्य : हमारे देश में राजनीतिक दल अपनी खिचड़ी अलग पका रहा है ।
अपना घर समझना ( संकोच ना करना )
वाक्य : शर्माते क्यों हो दोस्त , इसे अपना घर ही समझो ।
अपने गाँव पर आप कुल्हाड़ी मारना ( स्वयं अपना नुकसान करना )
वाक्य : तनाव में रमेश ने नौकरी से त्याग-पत्र देकर अपने गाँव पर आप कुल्हाड़ी मार ली ।
आँख उठाकर न देखना ( ध्यान न देना )
वाक्य : यह सच है कि ज्यादातर अमीर लोग गरीब की ओर कभी आँख उठाकर नही देखता ।
आँख खुलना ( होश आना , ख्याल आना )
वाक्य : गुरु के उपदेश से शिष्य की आँख खुल गई ।
आँखें चार होना ( आँख से आँख मिलना )
वाक्य : बाग में ही दुष्मन्त और शकुन्तला की आँखें चार हो गयी थी ।
मुहावरे की अर्थ के साथ वाक्यों में उनकी प्रयोग :
अंगूठा चुमना ( चापलूसी करना )
वाक्य : राम भले ही भूखा मरा , मगर किसी का अंगूठा चुमने नही गया ।
अंध की लकड़ी ( एकमात्र सहारा )
वाक्य : विजय अपनी माँ की अंध की लकड़ी थी ।
अक्ल का पुतला ( बहुत ही बुद्धिमान )
वाक्य : रजत बड़ा होशियार है , लोग उन्हें अक्ल का पुतला कहते है ।
अक्ल में घोड़े दौड़ाना ( अनेक प्रकार कि कल्पना करना )
वाक्य : आजकल नेतागण अक्ल में घोड़े दौड़ा रहा है ।
अच्छे दिन आना ( भाग्य चमकना )
वाक्य : दुख की रातें काट लो तो अच्छे दिन आयेंगे ।
अड़चन डालना ( विघ्न डालना )
वाक्य : मेरे काम में विरोधियों ने कितनी अड़चन डाली ; मगर उनकी एक नहीं चली ।
अड़डा जमाना ( स्थायी रूप से रहने लग जाना )
वाक्य : जमाई ने ससुराल में जाकर अड़डा जमा लिया । वहाँ से जाने का नाम भी नहीं लेता ।
अपनी खिचड़ी अलग पकाना ( सबसे अलग रहना )
वाक्य : हमारे देश में राजनीतिक दल अपनी खिचड़ी अलग पका रहा है ।
अपना घर समझना ( संकोच ना करना )
वाक्य : शर्माते क्यों हो दोस्त , इसे अपना घर ही समझो ।
अपने गाँव पर आप कुल्हाड़ी मारना ( स्वयं अपना नुकसान करना )
वाक्य : तनाव में रमेश ने नौकरी से त्याग-पत्र देकर अपने गाँव पर आप कुल्हाड़ी मार ली ।
आँख उठाकर न देखना ( ध्यान न देना )
वाक्य : यह सच है कि ज्यादातर अमीर लोग गरीब की ओर कभी आँख उठाकर नही देखता ।
आँख खुलना ( होश आना , ख्याल आना )
वाक्य : गुरु के उपदेश से शिष्य की आँख खुल गई ।
आँखें चार होना ( आँख से आँख मिलना )
वाक्य : बाग में ही दुष्मन्त और शकुन्तला की आँखें चार हो गयी थी ।
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